Success Story : 30 बार फेल होने पर भी नहीं मानी है हार, जाने इस आईपीएस की कहानी

Success Story : वह कहते हैं ना कि मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती एक ना एक दिन कामयाबी उनकी कदम जरूर चूमती है. अगर इंसान धैर्य और लगन से मेहनत करते रहे हैं तो फिर उन्हें सफलता की सीढ़ी चढ़ने से कोई भी नहीं रोक सकता है.

भले ही वह इंसान कितनी भी बार फेल क्यों ना हो जाए लेकिन वह कभी हार नहीं मानता कभी निराश नहीं होता है. आज हम आप सभी के लिए एक ऐसी ही कहानी लेकर आए हैं जिनका नाम आदित्य है और वह आज एक आईपीएस ऑफ़िसर है.

इस लेख के माध्यम से आज हम आप सभी को एक ऐसे इंसान के बारे में बताने वाले हैं जिन्होंने 30 बार फेल होने पर भी कभी हार नहीं मानी और कभी निराश नहीं हुआ. सिर्फ और सिर्फ मेहनत करते रहें और आज एक आईपीएस ऑफिसर के पद पर है. पूरी कहानी जानने के लिए इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें.

हार ना मानना और मेहनत करते रहना :-

Success story : जब कभी भी कोई इंसान किसी चीज का शुरुआत करता है तो उसमें सिर्फ दो ही चीज होता हैं. या तो जीत या फिर हार बीच का कुछ भी नहीं होता है. इसमें कोई शक की बात नहीं है की अगर इंसान धैर्य और लगन से मेहनत करते रहें तो उन्हें फ़िलहाल सफलता ना मिले लेकिन एक ना एक दिन सफलता उन्हें जरूर मिलती है.

जब इंसान किसी भी कंपटीशन एग्जाम का तैयारी करता है तो शुरुआत में उसे असफलता ही मिलते हैं बहुत ही कम ऐसे होते हैं. जिन्हें पहली अटेम्प्ट में ही सफलता मिलते हैं. पर सबसे जरूरी बात यह है कि आप उस असफलता से क्या सीख लेते हैं और आगे किस प्रकार अपने आप को बेहतर बनाते हैं. और किस प्रकार खुद को मोटिवेट करते हैं खुद को लोगों के ताने से दूर रखते हैं. उनको ताने का असर खुद पर नहीं होने देते हैं.

और फिर जब इंसान अपना मंजिल पा लेता है. अपना लक्ष्य में कामयाब हो जाता है तो वह न केवल अपने लिए सफलता प्राप्त करता है बल्कि दूसरों के लिए आदर्श भी बनता है. और उनका मार्गदर्शन भी करता है. यह एक ऐसे ही सफल व्यक्ति की कहानी है जिन्होंने सफल होने से पहले 30 बार असफलता का स्वाद चखा.

भारतीय पुलिस सेवा :-

अब आप यह सोच रहे होंगे या आपका मन में यह सवाल जरूर होगा की कोई भी इंसान 30 बार कैसे फेल हो सकता है. तो आपको बता दें कि हम जिस आईपीएस अधिकारी की बात कर रहे हैं. जिनका नाम आदित्य है वह पिछले 5 साल में आईपीएस, बैंकिंग, राज्य प्रशासनिक सेवा और केंद्रीय विद्यालय संगठन समेत 30 प्रतियोगी परीक्षा में भाग लिए और परीक्षा दिए थे. और बदकिस्मती से उन्हें सभी परीक्षाओं में असफलता का सामना करना पड़ा. उसके बावजूद भी उन्होंने कभी हार नहीं मानी और धैर्य और लगन से मेहनत करते रहें.

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इंटरव्यू :-

एक इंटरव्यू के दौरान आदित्य ने बताया की आईपीएस परीक्षा पास करने से पहले वह 30 परीक्षाओं में फेल हो गए थे. लेकिन वो कभी भी निराश नहीं हुए और नहीं हार मानी. और ईमानदारी पूर्वक अपने पढ़ाई को पूरा समय दीया और कड़ी मेहनत करते रहे और आखिरकार चौथे प्रयास में उन्होंने यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल की. और इतना ही नहीं उन्होंने साल 2018 के परीक्षा में ऑल इंडिया में 630 वी रैंक हासिल की और लोगों के लिए मिसाल बने.

आदित्य ने इंटरव्यू के दौरान अपने बारे में बहुत कुछ बताया, उन्होंने बताया कि वह परीक्षा के लिए हर एक दिन 20 घंटे लगातार पढ़ाई करते थे .और यह रूटीन उनका रोजाना का था. और उन्होंने यह भी बताया कि इतनी मेहनत करने के बाद इतना पढ़ाई करने के बाद भी वह जब असफल हो जाते थे तो वह बहुत परेशान हो जाते थे.

कई बार तो पढ़ाई छोड़कर कुछ और काम धंधा करने के बारे में सोचते थे. लेकिन फिर वह अपने आप को समझाते थे और खुद को आगे पढ़ाई करने के लिए प्रेरित करते थे. सामाजिक दबाव और नकारात्मक सोच से खुद को दूर रखते थे.

उन्होंने अपने इंटरव्यू के दौरान बताया के वह खुद को यह कह कर प्रोत्साहित करते थे कि कभी न कभी उनका भी समय आएगा. उन्होंने अपना हर असफलता से सीख लिया और साल 2017 में एक बार फिर से इस परीक्षा में शामिल हुए और कड़ी मेहनत करके इस बार आदित्य ने अपनी तमाम नाकामियों को पीछे छोड़ कर सफलता को हासिल किया.

किस प्रकार उन्होंने रणनीति बदली :-

आदित्य ने कभी भी पढ़ाई से बेईमानी नहीं की वह कभी भी पढ़ाई को हल्के में नहीं लिया. उन्होंने बताया कि 30 बार फेल होने के बाद वह बहुत सोचा और फिर अपनी तैयारी की रणनीति बदली समय बंधन से लेकर सामान्य ज्ञान तक हर पहलू में महारत हासिल की. वह उत्तर लिखकर अभ्यास करने की शुरुआत की. वह बताते हैं कि सबसे आसान और सबसे सफल सूत्रों में से एक है लिखकर अभ्यास करके तैयारी करना.

ऐसा करने से न केवल लिखने का स्पीड बढ़ता है बल्कि उत्तर की संरचना में भी मदद करता है. उन्होंने बताया कि लिखने का अभ्यास करने के लिए निबंध और आर्टिकल लिखने का आदत डालें. सुनिश्चित करें कि आप परीक्षा के लिए अच्छी तैयारी की हुई है या नहीं.

पुरुषों के लिए सबसे जरूरी है कि वह समय को मैनेज करना सीखें. और इसके साथ ही सभी विषय पर पूरी कमांड करें. साथ ही उसने यह भी बताया कि पीटी के लिए याद रखें कि जज आपके ज्ञान से ज्यादा आपका व्यक्तित्व का परीक्षा लेंगे. इसलिए आपको अपने बैकग्राउंड की पूरी तैयारी करनी है.

निष्कर्ष :-

आज हमने आप सभी को अपने इस लेख के माध्यम से एक ऐसे व्यक्ति के बारे में बताया है जो की अपने पढ़ाई में 30 बार असफल होने के बाद भी अपने पढ़ाई को धैर्य और लगन से जारी रखा और कभी भी अपने आप को भटकने नहीं दिया और हमेशा अपने आप को पढ़ाई के लिए प्रेरित करते रहें और फिर चौथा एटेम्पट में उन्होंने सभी असफलताओं को पीछे छोड़ते हुए सफलता हासिल की.

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