PF Account : पीएफ खाता यदि इनएक्टिव हो चुका है, तो परेशान ना हो, जमा पैसा ऐसे निकले

PF Account : इस आर्टिकल में आप सभी प्रिय पाठकों का स्वागत है। आज के इस आर्टिकल में हम पुराने पीएफ के विषय में कुछ आवश्यक जानकारियां साझा करने वाले हैं। यदि आप भी हमारे इस आर्टिकल में रुचि रखते हैं। तो हम आपसे सादर अनुरोध करते हैं कि हमारे इस आर्टिकल के साथ अंत तक जुड़े रहे। 

यदि आपके पास भी पीएफ अकाउंट है किंतु वह पुराना पीएफ खाता यदि इनएक्टिव हो चुका है तो आपको परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। उस खाते में जमा आपके पैसे डूबने वाले नहीं हैं। आप अपना निष्क्रिय खाते की रकम हमारे द्वारा बताए जाने वाले तरीकों से निकाल सकते हैं। 

नौकरी के परिवर्तित होने के पश्चात व्यक्ति को स्वयं का पीएफ खाता पुराने कंपनी से नहीं कंपनी में शिफ्ट करने की आवश्यकता होती है। किंतु बहुत बार ऐसा देखने को मिलता है लोगों के द्वारा कंपनी बदलने के साथ ही नया खाता खुलवा लिया जाता है। नए खाते में नया यू एन नंबर जनरेट किया जाता है।

पुराने पीएफ अकाउंट में किसी भी प्रकार का ट्रांजैक्शन नहीं किया जाता है। और 3 सालों तक ट्रांजैक्शन ना किया जाए तो पुराने PF का अकाउंट का निष्क्रिय हो जाना पूरी तरह से निश्चित है। ऐसे में इन एक्टिव अकाउंट से पैसे निकालने में बहुत ही अधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। यदि आपके साथ भी ऐसी कोई परेशानी है तो आपको चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है। 

इन कारणों से निष्कर्ष होते हैं अकाउंट :-

  • यदि आपके पास पीएफ अकाउंट है तो किसी भी प्रकार का ट्रांजैक्शन करना अति आवश्यक है यदि ट्रांजैक्शन नहीं होता है तो आपका खाता इनएक्टिव कैटेगरी में शामिल कर दिया जाता है। 
  • अकाउंट होल्डर परमानेंट विदेश में जाकर के फस जाता है तो अकाउंट को निष्क्रिय मान लिया जाता है। 
  • यदि अकाउंट होल्डर की मृत्यु हो जाती है तो उसी स्थिति में गया अकाउंट को बंद कर दिया जाता है। 
  • ईपीएफओ मेंबर ने अकाउंट में सारा पैसा नहीं रहने दिया है तथा सारे पैसे को निकाल कर अपने पास रख लिया है तो उसमें भी अकाउंट को बंद माना जाता है। 

दोबारा से किया जा सकता है एक्टिव:-

ऐसा कदापि नहीं है कि एक बार आपके पीएफ अकाउंट इनएक्टिव हो जाने के पश्चात उसे दोबारा से एक्टिव नहीं किया जा सकता है। अगर आप इसे दोबारा से एक्टिव करवाना चाहते हैं तो आपको ईपीएफओ के ऑफिस में इसके वास्ते एप्लीकेशन देने की आवश्यकता होगी।

तो खाता बंद होने के पश्चात भी आपके पैसे पर ब्याज प्रदान किया जाता रहता है। अर्थात आपका पैसा किसी भी तरह से दुबता नहीं है। आपको मिल ही जाता है। 

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इनएक्टिव खाते से रकम कैसे निकाल सकते हैं:-

निष्क्रिय हो चुके पीएफ खाते से संबंधित क्लेम को निपटाने के बाद अति आवश्यक है कि उसके कर्मचारी का नियोक्ता सर्टिफाइड कर ले। किंतु जिन कर्मचारियों की कंपनी बंद हो चुकी है एवं क्लेम सर्टिफाइड करने के बाद से कोई भी नहीं है तो ऐसे में क्लेम को बैंक केवाईसी दस्तावेज की विशेष पर सर्टिफाइड करना होगा। पैन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, पासपोर्ट, राशन कार्ड, आधार कार्ड, ईएसआई आईडेंटिटी कार्ड एवं ड्राइविंग लाइसेंस की आवश्यकता पड़ने वाली है। 

जाने किनकी मंजूरी से मिलते हैं पैसे :-

₹50000 से अधिक राशि होने के पश्चात असिस्टेंट प्रोविडेंट फंड कमीशन की मंजूरी के साथ पैसे निकाले या ट्रांसफर किए जा सकते हैं। इसी प्रकार से ₹25000 से अधिक एवं ₹50000 से कम राशि होने पर फंड ट्रांसफर या फिर विदड्रॉल की मंजूरी अकाउंट ऑफिस प्रदान कर देती है। यदि राशि ₹25000 से कम है इस पर डीलिंग असिस्टेंट मंजूरी प्रदान करेंगे।

क्या सभी के लिए आवश्यक है पीएफ अकाउंट :-

किसी भी कंपनी में 20 से अधिक कर्मचारी कार्य कर रहे हैं तो उस कंपनी के प्रत्येक सदस्य का ईपीएफ अकाउंट खुलवाना अति आवश्यक है। इसके साथ ही इपीएफ अकाउंट में नियमित रूप से पैसों का ट्रांजैक्शन अति आवश्यक होता है। इपीएफ अकाउंट एंड एम्पलाई प्रोविडेंट फंड अकाउंट में कर्मचारियों के मासिक वेतन में से कुछ का हिस्सा इस अकाउंट पर नियमित रूप से कंपनी के द्वारा चमक किया जाता है। 

किसी आवश्यक कार्य या फिर रिटायरमेंट के समय में इसका प्रयोग किया जाता है। आर्थिक तंगी का सामना ना करना पड़े। इसके साथ ही अकाउंट उन्हें पेंशन की सुविधा भी प्रदान कराता है। 

क्या फायदे होते हैं PF अकाउंट के :-

यदि कोई व्यक्ति अपना पीएफ अकाउंट खुलवा लेता है तो उसे सरकार या फिर कंपनी की ओर से उसके जमा धनराशि के ऊपर ही ब्याज दिया जाता है, ब्याज दर अभी वर्तमान में 8.1% के हिसाब से दिया जाता है। 

आपकी जानकारी के लिए हम आप को इस बात से अवगत करा दें कि प्रदान किए जाने वाला है और ब्याज दर अब तक का सबसे कम ब्याज दर माना जा रहा है। सभी PF अकाउंट होल्डर इस ब्याज दर में वृद्धि को लेकर आए दिन चर्चा में रहते हैं। 

इसके साथ ही यदि मान लीजिए कि किस से पीएफ अकाउंट होल्डर के खाते में ₹100000 है तो उसे इस पीएफ अकाउंट के ऊपर 8.1% के हिसाब से ₹81000 का ब्याज प्रदान किया जाएगा। 

पीएफ अकाउंट क्या केवल कर्मचारियों के लिए :-

यदि आप सोच रहे हैं कि पीएफ अकाउंट की सुविधा केवल और केवल कर्मचारियों के वास्ते ही है तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है कोई भी आम नागरिक फिर वो चाहे मामूली से दुकान चला रहा हो या फिर राशन की कोई दुकान चला रहा हो उसके साथ भी छोटा मोटा कोई बिजनेस कर रहा हो वह आसानी से स्वयं का पीएफ अकाउंट खुलवा सकता है। 

अकाउंट में ₹500 से लेकर ₹150000 तक की धनराशि आवश्यक रूप से जमा कर सकते हैं। 

निष्कर्ष :-

आज के article की सहायता से हमने आप सभी प्रिय पाठकों के साथ ईपीएफओ अकाउंट के डीएक्टिवेट हो जाने के पश्चात की कुछ बातें तथा आवश्यक चीजें साझा की है। हम आशा करते हैं कि हमारे द्वारा प्रदान की गई है सभी जानकारियां आपको बहुत ही ज्यादा पसंद आई होगी।

यदि आप हमसे कोई प्रश्न पूछना चाहते हैं तो हमें कोई सुझाव देना चाहते हैं तो यह कार्य आप कमेंट के जरिए आसानी से कर सकते हैं। इसके साथ ही हमारे article को ज्यादा से ज्यादा लोगों के साथ जरूर शेयर करें।

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